Motivated story
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बस इतना सा / Just this much
हम मनुष्यों की ये स्वभाविक प्रवृत्ति होती हैं शिकायत करने की, कभी किसी को संतुष्ट नहीं देखी मैंने। कोई न कोई कमी तो सभी…
June 30, 2025हम मनुष्यों की ये स्वभाविक प्रवृत्ति होती हैं शिकायत करने की, कभी किसी को संतुष्ट नहीं देखी मैंने। कोई न कोई कमी तो सभी…
Broken dreams
June 30, 2025
हम उम्र बढ़ने के साथ - साथ खुद को समझदार और परिपक्व समझने लगते हैं। हम सोचने लगते हैं कि हमसे किसी प्रकार की चूक नहीं ह…
Broken dreams
May 29, 2025
हमने बचपन से आज तक यही देखे सुने है कि जो जन्म देती हैं पालती पोषती है वही मां होती हैं। लेकिन हर औरत में एक मां मिलेगी…
Broken dreams
May 10, 2025
कभी आपने भी अपनी किसी खास इच्छा की पूर्ति के लिए कहीं न कहीं मन्नत जरूर मांगी होगी। वो पूरी हुई हो या ना हुई हो लेकिन ए…
Broken dreams
April 16, 2025
जीवन में संघर्ष और सुख एक सिक्के के दो पहलू हैं। संघर्ष के बिना सुख और खुशी की कोई अहमियत नहीं रहती। लेकिन कभी- कभी वक…
Broken dreams
March 08, 2025